Thursday, July 9, 2009

मन की एक शायरी

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मोहब्बत कभी सोच के नहीं हो़ती

वोह तोह यूँही बेवक्त हो जाती है ।
मिल जाता है जभ कोई ऐसा
जिसकी हर अदा अपने मन को भा जाती है ।

इस मोहब्बत और सच्चे प्यार में
मगर एक बड़ा फासला है
मोहब्बत हमें प्यारी अदाओं से होती है
प्यार तोह खामियों के बावजूत भी बढ़ता है ।

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~~ Composed on 2nd of August 2008 ~~
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